जापान के क्षतिग्रस्त फुकुशिमा परमाणु रिएक्टर का विकिरण यहां से 7,000 किलोमीटर से भी अधिक दूर कनाडा के पश्चिमी तट तक पहुंच गया है। वैंकूवर स्थित सिमोन फ्रेजर विश्वविद्यालय के अनुसार फुकुशिमा देइची परमाणु बिजली संयंत्र से निकलने वाले विकिरण का असर कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के पश्चिमी तट तक पहुंच गया है। ज्ञात हो कि जापान में 11 मार्च को आए भीषण भूकम्प और सुनामी से मची तबाही में यह परमाणु संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया था। विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा है कि वैंकूवर के लोवर मैनलैंड इलाके से 19, 20 और 25 मार्च को लिए गए नमूनों में आयोडीन-131 की मात्रा पाई गई है। स्थानीय समाचार पत्र वैंकूवर सन के अनुसार विश्वविद्यालय के परमाणु वैज्ञानिक क्रिस स्तारोस्ता ने कहा कि फुकुशिमा परमाणु संयंत्र क्षतिग्रस्त होने की वजह से ही आयोडीन-131 की मात्रा यहां दर्ज की गई है। क्रिस ने कहा, विकिरण स्तर की जानकारी हासिल करने के लिए पूर्व की परमाणु घटनाओं के दौरान एकत्र की गई जानकारियों का सहारा लिया जा रहा है। हम जांच कर रहें हैं और अभी तक हम यह कह सकते हैं कि यह खतरे के स्तर तक नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि आयोडीन-131 के स्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। जापान में 11 मार्च को आई भीषण त्रासदी में 27,000 से अधिक लोगों के मारे जाने या उनके लापता होने की सूचना है। जापान में फिर आया भूकंप : जापान के पूर्वोत्तर इलाके में मंगलवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई। समाचार एजेंसी डीपीए ने मौसम विज्ञान एजेंसी के हवाले से बताया कि भूकंप से जान अथवा माल के नुकसान होने की अभी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। एजेंसी ने भूकम्प के बाद सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है। एजेंसी के मुताबिक शाम 7.54 बजे आए इस भूकंप का केंद्र फुकुशिमा प्रांत से दूर था। भूकंप से पहले से क्षतिग्रस्त फुकुशिमा परमाणु विद्युत संयंत्र संख्या-1 में किसी तरह के नुकसान के बारे में कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है|
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