Thursday, March 24, 2011

जापान के विकिरणग्रस्त क्षेत्रों में सब्जी, दूध की बिक्री पर रोक


 जापान के अधिकारियों ने बुधवार को पेयजल में विकिरण स्तर बढ़ा हुआ मिलने के बाद टोक्यो के नलों में आ रहे पानी को बच्चों के लिए हानिकारक घोषित कर दिया। जबकि अमेरिका विकिरण संकट के बाद जापान से खाद्य पदार्थो का आयात प्रतिबंधित करने वाला पहला देश बन गया है। जापानी अधिकारियों ने कहा कि एक करोड़ तीस लाख की आबादी वाले टोक्यो के जल शुद्धिकरण संयंत्र में पानी में सामान्य से दोगुना रेडियोएक्टिव आयोडिन पाया गया है। उन्होंने कहा, निश्चित रूप से यह फुकुशिमा संयंत्र के कारण है। बच्चों के लिए यह खतरनाक है। खास तौर पर साल भर से कम के शिशुओं को इसे कतई नहीं पिलाया जाना चाहिए। इस बीच अमेरिका ने जापानी खाने-पीने की चीजों में विकिरण के खतरे को देखते हुए उसके खाद्य पदार्थो का आयात रोक दिया है। अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कहा, जापान के फुकुशीमा और टोचीगी जैसे क्षेत्रों से खाने-पीने की चीजों का आयात रोक दिया गया है। इसमें सब्जी, फल और दुग्ध उत्पाद शामिल है। एफडीए के अनुसार, वहां से कोई भी सामान अमेरिका तभी आएगा जब जापान सुनिश्चित कर दे कि ये प्रभावित क्षेत्रों से नहीं है। इसके अलावा हम भी जापान से आ चुकी सभी खेपों की विकिरण जांच उपकरण द्वारा जांच करेंगे। अमेरिकी घोषणा के बाद जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान ने भी देशवासियों से फुकुशिमा प्रांत में उगाई गई सब्जियों का इस्तेमाल न करने को कहा है। दूसरी ओर भूकंप और सुनामी की विनाशलीला में जापान के मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अधिकारियों के अनुसार मृतक संख्या 9,199 हो चुकी है। जबकि 13,786 लोग अब तक लापता हैं। खबरें हैं कि भूकंप और सुनामी से बचे दर्जनों लोग, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग हैं, अस्पतालों या राहत केंद्रों में दम तोड़ रहे हैं। इसका मुख्य कारण इलाज का अभाव और कड़ाके की ठंड है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा के कारण अब तक हुए नुकसान का आंकड़ा अब 300 अरब डॉलर बताया जा रहा है। जापान सरकार ने बुधवार को कहा कि 11 मार्च के विनाशकारी भूकंप और सुनामी से देश को पहुंचा नुकसान 309 अरब डॉलर का हो सकता है। सरकार ने कहा कि 160 से 250 खरब येन की कीमत के मकानों, फैक्टि्रयों और सामाजिक आधारभूत संरचना के प्रत्यक्ष नुकसान का अनुमान है। देश में हुआ यह नुकसान वर्ष 1995 में पश्चिमी जापान में कोबे में आए भूकंप से हुए 96 खरब येन के नुकसान से कही ज्यादा है। इस भूकंप में 6,400 लोग मारे गए थे और सुनामी नहीं आई थी। इसके अलावा सरकार का अनुमान है कि देश की अर्थव्यवस्था को 0.5 प्रतिशत तक का नुकसान होगा। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय समय के मुताबिक तीन बजे नेशनल पुलिस एजेंसी द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक भूकंप से मरने वाले लोगों की संख्या 9,408 हो गई है और 14,716 लोग अब भी लापता हैं। भूकंप और सुनामी से 1,450 सड़कें और 51 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं और 120 जगहों पर भूस्खलन हुआ है|

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