Wednesday, April 6, 2011

समुद्र के जल में रेडियोधर्मी प्रदूषण का स्तर और बढ़ा


फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में मौजूद रेडियोधर्मी जल को प्रशांत महासागर में बहाया जा रहा है। इस कारण जापान के समुद्र जल में विकिरण का स्तर और बढ़ गया है। हालांकि जापानी अधिकारी इसे स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा नहीं मान रहे हैं। जापान के सरकारी प्रवक्ता ने मंगलवार को राष्ट्रीय टेलीविजन नेटवर्क पर कहा, समुद्र जल में रेडियोधर्मी आयोडीन का स्तर सामान्य से लाखों गुना अधिक पाया गया है। मीडिया रिपोर्टो के अनुसार, पिछले सप्ताह रिएक्टर नंबर दो में दरार पड़ने के कारण संयंत्र की संचालन कंपनी टोक्यो इलेक्टि्रक पावर कंपनी (टेपको) ने पानी के नमूनों में प्रदूषण का स्तर 75 लाख गुना अधिक पाया था। जापान की परमाणु एवं औद्योगिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा, समुद्र में प्रदूषण का कारण संयंत्र से बहाया जा रहा पानी ही है। उसके मुताबिक अब तक लगभग 60 हजार टन प्रदूषित जल समुद्र में बहाया जा चुका है। सोमवार को टेपको द्वारा साढ़े ग्यारह हजार टन निम्न स्तर का प्रदूषित जल समुद्र में बहाया गया। टेपको के मुताबिक अब तक लगभग साढ़े तीन हजार टन प्रदूषित जल समुद्र में बहाया जा चुका है। औद्योगिक मंत्री बानरी काइदा ने कहा, समुद्र जल में प्रदूषण का स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन लोगों की बढ़ रही चिंताओं का हमें खेद है। काइदा ने कहा, हम निम्न स्तरीय प्रदूषित जल को समुद्र में नहीं बहाए जाने की कोशिश करेंगे। पाक ने भी संयंत्रों की सुरक्षा समीक्षा के आदेश दिए इस्लामाबाद : जापान में परमाणु संयंत्र से हो रहे रिसाव के बाद पाकिस्तान भी सजग हो गया है। यहां की शीर्ष परमाणु नियामक संस्था ने अधिकारियों को कराची और चश्मा स्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के सुरक्षा पहलुओं की समीक्षा करने को कहा है। परमाणु नियामक संस्थान (पीएनआरए) ने परमाणु ऊर्जा आयोग (पीएईसी) से परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा प्रणाली, ऑपरेटरों के प्रशिक्षण, आपातकालीन विद्युत प्रणालियों और आपातकालीन तैयारियों की समीक्षा करने को कहा है। वहां के परमाणु संयंत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं। इससे इंसानों या पर्यावरण को विकिरण का खतरा नहीं है। पीएनआरए के मुताबिक उसने पीएईसी से प्राकृतिक आपदा और दुर्घटनाओं से निपटने के लिए खुद तैयारी करने की सलाह दी है। पीएनआरए फुकुशिमा संयंत्र से हो रहे रेडियोधर्मी रिसाव व जापानी अधिकारियों की प्रतिक्रिया का अध्ययन करता रहेगा। पीएनआरए 21वीं सदी के लिए परमाणु सुरक्षा और सुरक्षा चुनौतियों विषय पर दो दिवसीय (21 से 23 अप्रैल) अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन इस्लामाबाद में करने जा रहा है। इसमें परमाणु उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ, ऑपरेटर, डिजाइनर और निर्माता हिस्सा लेंगे|

No comments:

Post a Comment